Facts About बबूल के फायदे और नुकसान Revealed





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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है.

व्रण, घाव : पत्तों से घाव धोना लाभकारी है। पत्तों का पाउडर घाव पर छिड़क कर लगाएं।

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दस्त की परेशानी में बबूल की दो फलियां खाकर ऊपर से छाछ पिएंं। दस्त बंद हो जाती है।

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घाव में बबूल के पत्तों को पीसकर लगाने से जल्द आराम मिल सकता है। वैसे इसके बेहतर परिणाम के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेना सही रहता है।

बदलते मौसम में जुकाम-खांसी होना आम होता है। बबूल के पत्तों और छाल ऐसे में फायदेमंद होते हैं। उपाय के लिए - बबूल के पत्तों और छाल का चूर्ण बनाएं और एक से दो ग्राम चूर्ण में शहद मिलाकर खाएं। यह उपाय खांसी में लाभ देगा।

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दर्पनाशक – बबूल का दर्पनाशक वनफ्शा है।

शीघ्रपतन की समस्या / babul Positive aspects for Challenge of untimely ejaculation

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इसके अलावा बबूल की छाल के काढ़ा से गरारा करें। इससे भी कंठ के रोग में लाभ होता है।

बबूल से बनी आयुर्वेदिक औषधि, website बब्बुलारिष्ट अनेक रोगों में उपयोगी है। यह खांसी, अस्थमा आदि को ठीक करने की उत्तम दवा है।

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